शक्तिपीठ देवीपाटन मंदिर में पहुंचने वाले गरीबों के लिए दरबार सदैव खुला ही रहता है इसका नजारा देखने को मिला जब शक्तिपीठ में पहुंचकर देवी पाटन मंदिर के पीठाधीश्वर पूज्य महाराज जी से तुलसीपुर के नई बाजार पुरवा वार्ड नंबर 4 की निवासिनी शांति देवी पत्नी स्वर्गीय मुन्ना कश्यप देवीपाटन मंदिर पहुंचकर पीठाधीश्वर से अपनी पीड़ा व्यक्त की और 10 अप्रैल को होने वाली अपनी बेटी की शादी का कार्ड दिया और उनसे बताया कि कुछ मदद हो सके तो कर दीजिए तो उन्होंने कहा क्या मदद चाहिए वह कुछ कह नहीं सकी तब उन्होंने उससे कहा बारातियों के खाने के लिए कोई व्यवस्था है उसने कहा कोई इंतजाम नहीं है|
उन्होंने तुरंत किराने की दुकान वाले को बुलाया और डेढ़ सौ बारातियों के खाने की सारी सामग्रियों का इंतजाम करने के सामान का व्यवस्था किया साथ में बर्तन की दुकान वाले को बुला कर जितने भी बर्तन की जरूरत थी और सारे बर्तनों को उसके घर पहुंचाने के लिए व्यवस्था की उसके उपरांत साड़ी जेवर के साथ साथ एक बेड आदि की व्यवस्था कर उन्होंने उस महिला से पूछा कि और कोई आवश्यकता हो तो बताओ उस महिला ने महाराज जी का चरण स्पर्श किया और कहा और मुझे कुछ नहीं पता बस अपना आशीर्वाद दे दीजिएगा समझ लीजिए आप के दर्शन करा कर मां ने मेरा सब कुछ पूरा कर दिया ।
इस तरह से इस वर्ष में दर्जनों महिलाओं की शादियों की व्यवस्था देवीपाटन पीठाधीश्वर ने हमेशा की है उनका कहना है इस दरबार में जो भी जिसकी आवश्यकता हो वह आ सकता है यह मां ही सब कुछ पूरा करती ।