चीन से उत्पन्न कोरोना एक महामारी का रूप ले लिया है । यह वायरस एक संक्रमित बीमारी है । किन परिस्थितियों में यह पैदा हुआ यह शोध का विषय है । ज्ञान के प्रकाश में आने पर इसे गर्भ में ही या गर्भ धारण करने के पहले ही निपटा जा सके । चीन से उत्पन्न होकर पूरे विश्व में मानव काल के रूप में अपना पैर पसार लिया है । भारत सरकार इस विषय में अति गंभीर है । चिकित्सकों द्वारा निर्देशित सावधानियों को हमें अपनाना चाहिए , जिससे इस संक्रमित बीमारी से निजात पाया जा सके । उत्तर प्रदेश की सरकार ने इसे महामारी घोषित किया है । डब्लू एच ओ ने पहले ही इसे महामारी संज्ञहित किया है ।
उत्तर प्रदेश के जनपद बलरामपुर में अभी तक कोरोना वायरस के एक भी पाजिटिव केस नहीं पाए गए हैं । बलरामपुर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ घनश्याम सिंह से जब इस संबंध में जानकारी प्राप्त की गई तो उन्होंने बताया कि जनपद बलरामपुर में अभी तक एक भी कोरोनावायरस का पॉजिटिव केस नहीं पाया गया है किंतु जनपद मुख्यालय इस महामारी से निपटने के लिए पूरी सतर्कता बरत रहा है और हम पूरी तैयारी कर चुके हैं वैसे जनपद के सभी सीएचसी और पीएचसी चिकित्सालय में आइसोलेशन वार्ड की भी तैयारी कर ली गई है ऐसे मरीजों को सीधे जिला चिकित्सालय में ही भर्ती किए जाएंगे यह तैयारी हम उन परिस्थितियों में किए हैं कि जब जिला चिकित्सालय में जगह नहीं होगी तब इन अस्पतालों में चिकित्सा की जाएगी वैसे हर जगह पूरी तरह तैयार हैं हम ।
उतरौला सीएचसी के चिकित्सा अधीक्षक डॉ चंद्रप्रकाश सिंह से जब इस संबंध में बात हुई तो उन्होंने बताया कि हमने आइसोलेशन वार्ड जिसमें 6शय्याओ की तैयारी कर ली है, जिसे मौके पर जाकर हमने देखा और पाया भी। चिकित्सालय की साफ-सफाई नगर और गांव की साफ-सफाई तथा लोग अपने घरों की साफ-सफाई स्वयं अपने हाथों को साबुन से धोएं किसी भी व्यक्ति को नाक बहने जुकाम होने गला रुधने , कफ , खाँसी और बुखार होने की दशा में ही मास्क लगाएं और अपने नजदीकी चिकित्सक से संपर्क करके कोरोना वायरस के लक्षणों की पहचान करा कर समुचित सतर्कता बरतें । पॉजिटिव लक्षण मिलने पर जिला चिकित्सालय में जाने के लिए सभी चिकित्सालय में मुख्यालय तक पहुंचाने की त्वरित व्यवस्था की गई है।
जिला प्रशासन भी कोरोना वायरस को लेकर गंभीर है, इस पर कड़ी और सूक्ष्म दृष्टि रखी जा रही है , प्रत्येक ग्राम पंचायत और नगर पालिका परिषद, नगर पालिका , टाउन एरिया में गली कूचे की सफाई पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है कीटनाशक दवा और नालियों में कीटनाशक के छिड़काव कराते रहना चाहिए। किन्तु यथार्थ में देखा यह जा रहा है कि इसमें अभी तक लापरवाही बरती जा रही है उतरौला नगर पालिका परिषद में कीटनाशक दवाओं का अभी तक छिड़काव नहीं हो रहा है । नालियों की सफाई की दयनीय दशा है । नालियों से जो कचड़े निकाले जाते हैं वह तीन-चार दिन तक वहीं पड़े रह जाते हैं। अधिशासी अधिकारी को इतनी फुर्सत नहीं है कि वे कभी उतरौला की गलियों , नालियों की साफ सफाई देख सके जब भी उनसे इस संबंध में बात की जाती है तो उसे टालने वाली बात करकेपिंड छुड़ाना चाहते हैं इस महामारी में सतर्कता नहीं बरती गई तो देश समाज और जन की अपूर्णीय क्षति होगी ।
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तहसील कोऑर्डिनेटर अनिल शर्मा
भारत 🇳🇪ब्यूरो ✍मीडिया